अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
सारे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (आईडब्ल्यूडी) 8 मार्च को मनाया जाता है। यह वह दिवस है, जब महिलाओं को राष्ट्रीय, जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, आर्थिक या राजनीतिक भेदभाव के बिना उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाता है।
यह परिवर्तन के लिए आह्वान का समय है तथा साधारण महिलाओं के दृढ़तापूर्ण और साहसिक कार्यों को मनाने का अवसर है, जिन्होंने अपने देश और समुदायों के इतिहास में विशेष भूमिका निभायी है । आईडब्ल्यूडी 1900 के शुरूआती वर्षों से मनाया जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वर्ष 2018 का विषय "अब समय है: ग्रामीण और शहरी कार्यकर्ता महिलाओं के जीवन को बदल रहे हैं" है।
आईडब्ल्यूडी वर्ष 2018 महिलाओं के अधिकार, समानता, कार्रवाई में न्याय, ग्रामीण और शहरी सभी क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के बारे में वैश्विक आंदोलन को बदलने और महिला अधिकारों की मांग एवं उनके सामर्थ्य को पहचानने के लिए लगातार कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने का अवसर है।
आईडब्ल्यूडी ग्रामीण महिलाओं के अधिकारों और सक्रियता पर भी ध्यान दिलाता है, जो कि विश्व के सभी क्षेत्रों की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण योगदान करती हैं। विकासशील देशों में महिलाएं तैंतालीस प्रतिशत कृषि श्रम शक्ति का गठन करती हैं। दक्षिण एशिया में लगभग सत्तर प्रतिशत महिलाएं कृषि में कार्यरत हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हाल के दिनों में महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षा और बढ़ावा देने में अत्यधिक प्रगति हुयी है; हालांकि, विश्व में कहीं भी महिलाओं के अधिकार और अवसर पुरुषों के बराबर नहीं हैं।
सतत विकास लक्ष्यों को वास्तविकता में बदलने के लिए, ‘किसी को भी पीछे न छोड़े’, जीवन जीने के पर्याप्त मानक, ग्रामीण महिलाओं के लिए हिंसा और हानिकारक प्रथाओं से मुक्त जीवन के साथ-साथ उनके यौन और प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों सहित भूमि और उत्पादक संपदा तक उनकी पहुंच, खाद्य सुरक्षा और पोषण, उपयुक्त कार्य, शिक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
तथ्य
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विश्व की 1.3 अरब महिलाएं गरीब हैं।
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कार्यशक्ति में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में बेहद कम है।
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महिलाओं को समान कार्य करने के लिए पुरुषों की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत कम वेतन मिलता है।
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संपूर्ण विश्व में महिलाएं खाना पकाने और सफाई, पानी और लकड़ी लाने या बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल करने में अवैतनिक कार्य के अत्यधिक भार का वहन करती हैं।
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विश्व स्तर पर किसी नियमित पेंशन के बिना सेवानिवृत्ति की आयु के लगभग 65 प्रतिशत महिलाएं हैं।
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महिलाओं के निर्णय लेने और नेतृत्व करने में विस्तृत लिंग अंतर विद्यमान है।
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महिला घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न की शिकार हैं तथा ये विकलांगता और विश्व में महिलाओं की मृत्यु के महत्वपूर्ण कारण हैं।
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शिक्षित महिलाओं में अपने घरों के भीतर उचित निर्णय लेने की क्षमता होती है।
महिलाओं के कल्याण से संबंधित गतिविधियां
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, आरएमएनसीएच + ए रणनीति के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करता है। यह रणनीति जीवन के विभिन्न चरणों पर एक समान ध्यान देने तथा किशोरावस्था, माताओं और बच्चों को महत्वपूर्ण विस्तृत और एकीकृत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सुनिश्चित करने के लिए देखभाल की निरंतरता है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार, विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण, महिलाओं को मुख्यधारा में लाने, उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने और उन्हें मानव अधिकारों की जागरूकता का अनुभव कराने एवं उनकी पूर्ण क्षमता को विकसित करने के लिए संस्थागत और विधायी सहयोग प्रदान करने को प्रोत्साहित करता है।
प्रत्येक दिन को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बनाएं।
- PUBLISHED DATE : Mar 08, 2018
- PUBLISHED BY : NHP Admin
- CREATED / VALIDATED BY : Sunita
- LAST UPDATED BY : Mar 08, 2018
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